आंदोलन की जगह गाडियां पार्क करने पर भड़कें ग्रामीण, डीएम दफ्तर के बाहर दिया धरना।।
देर सायं डीएम ने आंदोलनकारियों को बुलाया वार्ता के लिए।।
जल जीवन मिशन योजनाओं में गड़बड़ी मिली तो होगी कार्रवाई : डीएम ।।
चिरंजीव सेमवाल
उत्तरकाशी। प्रधानमंत्री मोदी की अति महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन योजना में गड़बड़झाला की शिकायतों को लेकर उत्तरकाशी में ग्रामीणों का धरना 77 दिनों से जारी है।
गुरूवार को आंदोलन कारियों का सब्र का बांध तब टूट गया जब कलेक्ट्रेट में शांति पूर्वक गांधी गिरी से बीते 18 जून से गांव बचाओ आंदोलन कारियों ने 77 वां दिन बाद जिलाधिकारी दफ्तर में धरने पर बैठ गये। उनका आरोप था कि प्रशासन ने धरना के जगह सरकार गाड़ियों को खड़ी कर दी। ग्रामीण दिन भर जिलाधिकारी दफ्तर के बाहर धरने पर बैठे रहें तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए उपजिलाधिकारी भटवाड़ी वृजेश कुमार तिवारी, कोतवाली प्रभारी अमर जीत ने भारी पुलिस बल को तैनात कर दिया।
देर सायं डीएम ने आंदोलनकारी ग्रामीणों को बुलाया और वार्ता की गई जिसमें ग्रामीणों ने
सिंगोट के राजवीर सिंह नेगी बताया कि गांव में 109 परिवार को जल जीवन मिशन के कनेक्शन दिखाया गया है। इतना ही नहीं फेस वन में एक परिवार में तीन- तीन कनेक्शन यानि फर्ज कनेक्शन दिखा रखा है। जिलाधिकारी डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जल निगम के अधिशासी अभियंता को जांच के आदेश कर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है। डीएम ने कहा कि किसी भी सूरत में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
वहीं अठाली, पावा, निसमौर में भी जल जीवन मिशन योजना में गड़बड़झाला बताया गया है। इस दौरान अठाली, पावा गांव, निसमोर गांव के ग्रामीणों ने जल जीवन की लाईन को पुरानी लाईन का रिपेयर कर टेप करने कि आरोप लगाया है।
वहीं एडवोकेट एवं आंदोलनकारी अभीषेक जगूड़ी ने बताया जिलाधिकारी से वार्ता हुई लेकिन यह उच्च स्तरीय जांच के मांग करते हैं जो खूद दोषी हैं उनसे कैसे? निष्पक्ष जांच की उम्मीद करें बहरहाल आंदोलन जारी रहेगा।
वार्ता के दौरान उपजिलाधिकारी भटवाड़ी वृजेश कुमार तिवारी, कोतवाली प्रभारी अमर जीत सिंह, अधिशासी अभियंता जल निगम मधु कांत कोटियाल, सहायक अभियंता जलसंसाधन, तहसीलदार सुरेश सेमवाल, वहीं आंदोलन कारी, अभीषेक जगूड़ी, राजेश नेगी, पूर्ण सिंह, आदि मौजूद रहे हैं ।
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गांव-गांव , हर नल में चाहिए जल, डॉ .जगूड़ी।।
उत्तरकाशी। गांव बचाओ आंदोलन कारियों के संयोजक वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. नागेन्द्र जगूड़ी ने बताया कि जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत करोड़ों रुपए की धनराशि खर्च दिखाया गया। लेकिन योजना के मुताबिक घर -घर नल में जल नहीं है। उन्होंने दावा किया है जिले कम से कम 38 गांव के ग्रामीणों की शिकायत और योजनाओं में गड़बड़ी के चलते 77 दिनों से धरना प्रदर्शन जारी है। उन्होंने कहा कि हमें हर घर के नल में जल चाहिए।
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प्रशासन ने रामलीला मैदान में किया धरना-प्रदर्शन का स्थान चिन्हित ।।
लेक्ट्रेट -अस्पताल सहित न्यायालय साइलेंस जोन घोषित , यहां धरना प्रदर्शन करने पर लगी रोक।।
उत्तरकाशी। जिला मुख्यालय में अब धरना -प्रदर्शन आदि के लिए रामलीला मैदान में जगह कर दिया है।
गुरूवार को उपजिलाधिकारी भटवाड़ी वृजेश कुमार तिवारी ने एक आदेश जारी करते हुए जनपद मुख्यालय उत्तरकाशी में विभिन्न छात्र संगठन, राजनीतिक संगठन, कर्मचारी संगठन आदि द्वारा विभिन्न समस्याओं और मांगो के लिए रैली, अनशन, धरना प्रदर्शन,जुलूस आदि कार्यक्रमों के आयोजन के लिए सब्जी मंडी के पीछे रामलीला मैदान में स्थान को चिन्हित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट द्वारा एक आदेश जारी करते हुए ध्वनि प्रदूषण (विनियमन और नियंत्रण) नियम 2000 में उल्लेखित प्रविधानोंं के तहत जनपद उत्तरकाशी में स्थित समस्त अस्पतालों, शैक्षिक संस्थान और न्यायालय परिसरों के 100 मीटर क्षेत्र को साइलेंस जोन घोषित करते हुए उक्त क्षेत्रों में धरना प्रदर्शन, रैली, जुलूस आदि कार्यक्रमों के आयोजन को प्रतिबंधित किया गया था।’