Breaking
Sun. Oct 26th, 2025

विष्णुगाड़ पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना के डेम में हुआ भूस्खलन

By sarutalsandesh.com Aug 2, 2025

हेलंग डैम साइट पर भारी भूस्खलन, श्रमिकों ने भागकर बचाई जान ,8 घायल

चिरंजीव सेमवाल 

उत्तरकाशी/चमोली :  चमोली जनपद के हेलंग में टीएचडीसी की  निर्माणाधीन विष्णुगाड़ पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना के डेम साइट हेलंग पर शनिवार को भूस्खलन हो गया है। जिससे परियोजना निर्माण कार्य कर रहे 8 लोग घायल हो गए थे। घटना की सूचना मिलने पर तहसील प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची। जहां रेस्क्यू कर सभी घायलों को चिकित्सालय में भर्ती करा दिया गया है।
वहीं जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि हेलंग में हुई घटना के दौरान किसी भी व्यक्ति के हताहत होने की सूचना नहीं है। घटना में 8 लोगों के घायल हुए हैं। 4 लोगों का टीएचडीसी चिकित्सालय में उपचार किया जा रहा है। जबकि गंभीर रूप से घायल 2 लोगों को स्वामी विवेकानंद अस्पताल पीपलकोटी में उपचार किया जा रहा है। वहीं पीपलकोटी में ही एक व्यक्ति का प्लास्टर करवाया जा रहा है। जबकि 1 गंभीर घायलों को मेडिकल कालेज श्रीनगर रेफर किया जा रहा है।

हादसा शनिवार को हुई है उस समय साइट पर काम कर रहे श्रमिकों ने किसी तरह भागकर जान बचाई। हालांकि, इस दौरान 8 श्रमिक घायल हो गए हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है।
कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने पुष्टि करते हुए बताया कि घटना में किसी की जान नहीं गई है और सभी घायल सामान्य रूप से घायल हुए हैं। स्थिति को देखते हुए फिलहाल डैम साइट पर काम रोक दिया गया है।

कैसे हुआ हादसा…?

घटना हेलंग के पास THDC (Tehri Hydro Development Corporation) की एक जल विद्युत परियोजना की साइट पर हुई। अचानक पहाड़ी से मलबा और चट्टानें भरभराकर गिरने लगीं। कई श्रमिक मलबे की चपेट में आने से बाल-बाल बचे। अफरातफरी के माहौल में कई लोगों ने दौड़कर अपनी जान बचाई

👉 राहत और बचाव कार्य

मौके पर जिला प्रशासन की टीम के साथ-साथ THDC और आपदा प्रबंधन की टीमें पहुंच गई हैं। घायलों को तत्काल प्राथमिक उपचार दिया गया है और परियोजना स्थल पर सुरक्षा का जायजा लिया जा रहा है। साथ ही, पूरे घटनाक्रम की जांच के आदेश दिए गए हैं।

👉 आगे की कार्रवाई

विनय शंकर पांडे ने बताया कि पूरी घटना की तथ्यों के आधार पर जांच की जाएगी और आगे के लिए सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, स्थानीय लोगों और श्रमिकों में घटना के बाद डर का माहौल बना हुआ है।

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!