Breaking
Mon. Oct 27th, 2025

बादल फटने से धराली में जल प्रलय, मची चीख-पुकार ।।

चार मौतें, दर्जनों  लोगों  की  लापता होने की आशंका

डीएम और एसएसपी मौके लिए हुए रवाना, राहत और बचाव कार्य हुआ तेज।।

चिरंजीव सेमवाल
उत्तरकाशी  :  उत्तराखंड के धराली गांव में बादल फटने से भारी तबाही मच गई जिससे चीख-पुकार मच गई है। यहां दो- तीन दर्जन से अधिक होटल व होमस्टे बह गए। स्थानीय प्रशासन रेस्क्यू के लिए रवाना हो गया है।  बादल फटने से पहाड़ी मलबा गांव में घुस गया। धराली खीर गाढ़ में जलस्तर बढ़ने से धराली मार्केट क्षेत्र में नुकसान होने की सूचना है।  जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया कि नुकसान बड़ा हुआ है इतने जल्दी आंकलन करना संभव नहीं है लेकिन अभी तक 4 लोगों की मौत की सूचना है। जबकि दर्जनों लोगों की लापता होने की आंशका जाताई जा रही है।वहीं हादसे को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम पुष्कर धामी से बात की है।
घटना मंगलवार दोपहर डेढ़ बजे दिन की है जब अचानक खीर गंगा में बाढ़ आई  जिससे सामने गंगा जी पार मुखवा गांव के लोगों ने देखा तो उन्होंने चीख-पुकार मचाईं ।
बहरहाल जिले डीएम प्रशांत आर्य और पुलिस अधीक्षक श्रीमती सरिता डोबाल मौके के लिए रवाना हुये थे लेकिन  गंगोत्री हाईवे दो तीन स्थानों से अवरूद्ध होने से राहत और बचाव कार्य में परेशानी हो रही है। इधर अपर जिलाधिकारी मुक्ता मिश्र ने बताया कि चार लोगो की दर्दनाक मौत की खबर है । वहीं स्थानीय ग्रामीणों ने इस विनाशकारी बाढ़ से अब तक  दर्जनों लोगों की हताहत होने की आंशका जाताई जबकि 20  होटल व होमस्टे तबाह होने की सूचना है । स्थानीय लोगों से मिली सूचना के अनुसार, 10 से 12 मजदूरों के दबे हो सकते हैं। बाढ़ के चलते खीर गंगा के तट पर स्थित प्राचीन कल्प केदार मंदिर के भी मलबे में दबने सूचना है।
वहीं इस के अलाओ अन्य तीन दर्जन से अधिक लोगों की लापता होने की सूचना है।
इधर धराली-हर्षिल में अतिवृष्टि और बादल फटने से उत्पन्न आपदा की स्थिति में राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर  संचालित किया जा रहा है। जिला प्रशासन,सेना,  SDRF, NDRF एवं अन्य संबंधित टीमें मौके पर राहत एवं बचाव कार्य में  जुटी हैं।
आपदा कंट्रोल रूप से भी स्तिथि की निरंतर निगरानी की जा रही है।

:::::::::::::::::::::::::::::::::::::::

गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम को दिया मदद का भरोसा।।

गृह मंत्री अमित शाह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से दूरभाष पर वार्ता की । गृह मंत्रालय ने तत्काल राहत के लिए चिन्नू हैलीकॉप्टर भेजने के के निर्देश दिए हैं।

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के  धराली गांव में बादल फटने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने गहरा दुःख प्रकट किया है। उन्होंने इस आपदा में जन-धन की हानि पर संवेदना व्यक्त की है और प्रभावित परिवारों के प्रति सहानुभूति जताई है।

अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात कर घटना की विस्तृत जानकारी प्राप्त की तथा राज्य सरकार को हर संभव केंद्रीय सहायता का आश्वासन दिया।

गृह मंत्री ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए  एनडीआरएफ एवं अन्य राहत एजेंसियों को तत्परता से कार्य करने के निर्देश दिए हैं। 

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी अपना दौरा स्थगित कर तत्काल देहरादून के लिए रवाना हो गए हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री  अमित शाह लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हैं और केंद्र सरकार की ओर से प्रभावित क्षेत्र में तत्काल एवं आवश्यक सहायता सुनिश्चित की जा रही है।
;:::::::::::::::::::::::::::::::::::

डीएम ने राहत कार्य में दिये तेजी लाने के निर्देश।।

उत्तरकाशी 5 अगस्त: उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने से खीर गंगा में आई बाढ़ से धराली बाजार पूरी तरह तबाह हो गया है। इस प्राकृतिक आपदा में जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। वहीं हर्षिल हैलीपैड के आसपास के क्षेत्र में भी भारी तबाही हुई है। घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी प्रशांत आर्य तत्काल आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे और आईआरएस सिस्टम को सक्रिय किया। सेना,एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस, एम्बुलेंस 108, चिकित्सा दल एवं जिला प्रशासन की टीमें मौके पर मौजूद है। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखते हुए तत्काल राहत और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए है।

जिलाधिकारी ने राहत एवं बचाव कार्य को युद्ध स्तर पर करने के निर्देश देते हुए राहत शिविर में भोजन आदि की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही एम्बुलेंस,108 व डॉक्टर की टीम यथा समय मौके पर तैनात करने के निर्देश दिए। साथ ही हर्षिल एवं झाला स्वास्थ्य केंद्र में बैड,ऑक्सीजन, दवाई आदि की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही जिला अस्पताल में डॉक्टर को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए।

जनपद में लगातार हो रही तेज वर्षा से नदी का जल स्तर बढ़ रहा है। जिलाधिकारी ने नदी के तटवर्ती क्षेत्रो में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराने एवं पुलिस प्रशासन को लोगो को सचेत करने के निर्देश दिए।

   भारी अतिवृष्टि से गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई स्थानों पर मलबा और बोल्डर आए हुए है। जिससे मार्ग अवरुद्ध है। जिलाधिकारी ने सड़क मार्ग को युद्ध स्तर पर सुचारू करने के निर्देश बीआरओ को दिए।

:::::::::::::::::::::::::::::;:;;;;:;;;;;;;;:::;;;;:::

बचाव एवं राहत कार्य हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता : सांसद

उत्तरकाशी: टिहरी लोकसभा सांसद श्रीमती माला राज्यलक्ष्मी शाह ने उत्तरकाशी जनपद के धराली में आई भीषण प्राकृतिक आपदा में हताहत हुई व्यक्तियों एवं उनके परिजनों की प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने घायलों की शीघ्र कुशलता हेतु ईश्वर से प्रार्थना की।
 
सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह ने कहा कि हम सम्बंधित अधिकारियों, जिला प्रशासन से लगातार संपर्क में हैं। राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। एस डी आर एफ और एन डी आर एफ के अधिकारियों से भी संपर्क किया। उन्हें भी त्वरित कार्यवाही के लिए कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग को भी मोबाइल टीमों के साथ और अस्पताल में उचित व्यवस्था बनाए रखने के साथ तैयार किया गया ।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी जी एवं   गृहमंत्री अमितशाहजी ने भी फोन पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी जी को इस दुखद घटना पर राहत एवं बचाव कार्य में हर संभव मदद का आश्वासन दिया है । साथ ही लगातार निगरानी बनाये हुऐ हैं।

मैं इस संकट की घड़ी में स्थानीय लोगों,  पार्टी कार्यकर्ताओं और आप जनमानस से भी अपील करती हूं,  कि वे भी इस आपदा की दुःखद घड़ी में राहत एवं बचाव कार्यों में जुट कर प्रभावितों तक हर संभव मदद पहुंचाएं।

यह समय आपदा प्रभावित लोगों को उचित स्थान पर पहुंचाने और सहयोग करने का है।

:::::::::::::::::::::::::—–::::::::::::::::::::

बुधवार को जिले स्कूल रहेंगे बंद

उत्तरकाशी:  मौसम पूर्वानुमान के  बाद बुधवार को जिले के जनपद में संचालित सभी शासकीय, गैर शासकीय, निजी विद्यालयों (कक्षा 1 से 12 तक) एवं आंगनबाडी केन्द्रों में दिनांक 06 अगस्त, (बुधवार) को अवकाश घोषित किया  है।

बता दें कि जनपद में कहीं-कहीं भारी वर्षा, गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने / वर्षा के तीव्र से अत्यंत तीव्र दौर होने की सम्भावना व्यक्त की गयी है। जनपद अन्तर्गत वर्तमान में अधिकांश क्षेत्रों में लगातार हो रही वर्षा के कारण नदी-नालों का जल स्तर बढ़ने एवं पैदल रास्तों व सड़क मार्गों के प्रभावित होने के साथ कतिपय क्षेत्रों में बादल फटने, भूस्खलन एवं सम्भावित आपदाओं के न्यूनीकरण व प्रबन्धन के दृष्टिकोण से स्कूली छात्र/छात्राओं की सुरक्षा हेतु आवश्यक उपाय किया जाना आवश्यक है।

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!