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पहाड़ों में  भालू हुए बवाली , शीतनिंद्रा पर जाने के स्वभाव में  आया बदलाव

By sarutalsandesh.com Nov 19, 2025


भालू के हिंसक सवाभ की वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट करेंगे अध्ययन : बलूनी

चिरंजीव सेमवाल
उत्तरकाशी : उत्तराखंड के हर पहाड़ी जिलों में भालुओं के शीतनिद्रा (hibernation) का चक्र बाधित होता  होने से  उनकी आक्रामकता बढ़ रही है।
आलाम यह है कि भालुओं ने  अब अपनी शीतनिंद्रा पर जाने के स्वभाव को ही बदल दिया है। येही वजह रही कि पहाड़ों के लिए भालुओं का ये बदला हुआ व्यवहार बेहद खतरनाक हो गया है। प्रभागीय वनाधिकारी उत्तरकाशी डीपी बलूनी  का कहना है कि  भालू अपने सामान्य स्वभाव को बदल रहे हैं और इस बार और अधिक “हाइपर” हो रहें हैं।
  इसका एक कारण मौसम में आ रहे बदलाव भी हो सकता इससे से भालुओं के
सौभाव में भी खलल पड़ रहा है जिससे भालू लगातार हिंसक हो रहें हैं। उन्होंने बताया कि आमतौर  पर अक्टूबर माह में बर्फबारी हो जाती थी।
जिससे भालू सुरक्षित गुफा की तलाश करते थे और उसी में बच्चों को जन्म देते थे। 
डीएफओ बताते हैं कि जिस समय भालुओं को शीत निद्रा  में होना चाहिए, उस समय भालू आबादी क्षेत्रों में मंडरा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आमतौर पर शीतनिंद्रा (Hibernation) पर जाने वाले भालुओं की सक्रियता 12 महीने दिखाई दे रही है। भालू शीतकाल के दौरान भी लोगों पर हमला कर रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि भालुओं के हमले प्रदेश में किसी भी वन्यजीव के मुकाबले सबसे ज्यादा रिकॉर्ड हो रहे हैं। हिमालय में रहने वाले काले भालू सर्दियों में लंबे समय तक नींद में रहते हैं। यह एक तरह से अपनी ऊर्जा को बचाने के लिए ऐसा करते हैं। यही वजह है कि सर्दियों में लोग भालुओं की परवाह नहीं करते रहे हैं। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक अब स्थिति बदली है।
प्रभागीय वनाधिकारी उत्तरकाशी डीपी बलूनी ने बताया कि इसके जानने के लिए वाइल्ड लाइफ  विशेषज्ञों  को पत्र लिखा  है। 

  ******बाक्स की खबर ********

जिले में अलग अलग स्थानों पर नौ हमले हुए भालू के

इधर जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उत्तरकाशी शार्दुल गुसाईं ने बताया कि जनपद में स्थानीय लोगों एवं पशुओं पर भालू के हमले में अब तक नौ घटनाएं हो चुकी है।

1. 26 अक्टूबर 2025 स्थान आँगी के जंगल में, तहसील भटवाड़ी के ग्राम ओंगी के जंगल में समय  श्रीगती विनिता राणा पत्नी सतेन्दर सिंह राणा, उम्र 36 वर्ष पर अचानक भालु द्वारा हमला किया गया, जो भयभीत होकर नहाड़ी ओर भागी, जिस कारण महिला की पहाड़ी से गिरकर मृत्यु हुई है।

2. 31 अक्टूबर 2025 थुनारा के पास, ग्राम थुनारा में समय लगभग प्रातः 09:00 बजे श्री दूज पुत्र लाल बहादुर पर भालु द्वारा हमला किया गया है। जो घायल हुआ है।

3. 6 नवबंर .2025ग्राम हीना के जंगल में समय लगभग प्रातः 11:53 बजे श्रीमती अम्बिका पत्नी सतेन्दर अस्वाल उम्र 24 वर्ष पर अचानक भालु द्वारा हमला किया गया, जो भयभीत होकर पहाडी ओर भागी, जिस कारण महिला की पहाड़ी से गिरकर मृत्यु हुई है।

4. 11नवबंर 2025
प्वालिया नाम तोक, तहसील भटवाड़ी
ग्राम सेकु की श्रीमती प्यारदेई पत्नी श्री रणवीर सिंह, उम्र 65 वर्ष पर समय लगभग सांय 03:30 बजे अचानक भालु द्वारा हमला कर गम्भीर रूप से घायल लिया गया। जिसे जिला चिकित्सालय में प्राथमिक उपचार देने के पश्चात हायर रोन्टर रेफर किया गया।

5.14 नवंबर 2025
ग्राम भंकोली में क्यारे नामें तोक, तहसील भटवाड़ो में श्री सूरत सिंह पुत्र गुलाब सिंह की 08 भेड़, 02 व्करी को भालु द्वारा मारा गया तथा 04 बकरियों को घायल किया गया।

6. 17 नवंबर ग्राम मंगलपुर नामें तोक, तहसील भटवाड़ी में नेपाली मूल के 02 व्यक्तियों (1-श्री दिनकस शाही पुत्र श्री अर्जन शाही 2- मुकेश शाही पुत्र कालिका) पर भालु द्वारा हमला कर सामान्य घायल किया गया है।

7.  16 नवंबर 2025 ग्राम मंगलपुर नामें तोक, तहसील भटवाड़ी में नेपाली मूल के 02 व्यक्तियों (1-श्री दिनकस शाही पुत्र श्री अर्जन शाही 2- मुकेश शाही पुत्र कालिका) पर भालु द्वारा हमला कर सामान्य घायल किया गया है।

8.17 नवंबर  2025 ग्राम गणेशपुर में समय लगभग अपरान्ह 02:00 बजे श्रीमती सबलदेई पत्नी श्री पूर्ण सिंह, उम्र-54 वर्ष, जो भालु को देखकर भयभीत होकर अचानक गिरकर घायल हुई है।

9 सात नवंबर को ग्राम मस्ताड़ी के मुस्टिक सौड़ मोटर मार्ग पर स्थान मंजुल पानी के पास समय लगभग सांय 06:40 बजे श्री सोनपाल सिंह पुत्र श्री धनसिंह, उम्र 41 वर्ष, निवासी ग्राम मस्ताडी पर अचानक तेंदुए द्वारा हमला कर घायल किया गया है।

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