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दो और तीन नवम्बर बंद होंगे गंगोत्री – यमुनोत्री धाम के कपाट

By sarutalsandesh.com Oct 11, 2024

अन्नकूट पर्व पर गंगोत्री और भैया दूज पर बंद होंगे यमुनोत्री के धाम के कपाट

चिरंजीवी सेमवाल 

  • उत्तरकाशी 11, अक्टूबर । गंगोत्री धाम के कपाट  के कपाट अभिजीत मुहूर्त में अन्नकूट पर्व आगामी नवम्बर को बंद होंगे जबकि  यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज क मौके पर तीन नवम्बर को बंद होंगे
    परंपरा अनुसार गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट बंद करने के मूहर्त शारदीय नवरात्र के पावन अवसर निकाले जाते हैं ‌। शुक्रवार को गंगोत्री – यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने दोनों धामों के बंद करने के शुभ मुहूर्त निकल दिया है।
    भगवती गंगे के कपाट श्री गंगोत्री धाम में शीतकाल के लिए 2 नवंबर को 12:14 पर  और मां भगवती गंगे के डोली गंगोत्री से प्रस्थान कर रात्रि विश्राम भगवती मंदिर मारकंडे के पास निवास करेगी। 3 नवंबर को मां भगवती गंगे की डोली मुखवा में शीतकालीन प्रवास में विराजमान हो जाएगी। 
    उक्त जानकारी देते हुए गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया है कि परंपरा अनुसार गंगोत्री धाम के कपाट शीतकालीन के लिए बंद करने का मुहूर्त शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिवस तैय किया जाता है । शुक्रवार को श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति एवं  पंडा समाज ने मुहूर्त तैय पर अन्नकूट पर्व पर  दो नवम्बर को मां गंगा की कपट  शीतकालीन के लिए बंद कर दिए जाएंगे। दो नवंबर को मां गंगा की पूजन करने के बाद मैं गंगा की उत्सव डोली देवी मंदिर मार्केडेय पुर में पहुंचेगी, अगले दिन तीन नवम्बर को मां गंगा की उत्सव डोली अपने मायके  मुखी मठ पहुंचेगी । जहां अगले छह महीने तक मां गंगा के दर्शन मुखी मठ होंगे। इस मौके पर गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल, कोषाध्यक्ष महेश सेमवाल, कृष्णानंद सेमवाल, बासुदेव सेमवाल राजेश सेमवाल, आदि मौजूद रहे।
    इधर यमुनोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश उनियाल एवं रावल आशीष उनियाल ने बताया कि यमुनोत्री  धाम के कपाट बंद होने का मुहूर्त परंपरा अनुसार दहशेहरा  के दिन तय किए जाते हैं। उन्होंने कहा है कि  मां  यमुना जी के कपाट आगामी तीन नवम्बर को कपाट भैया दूज पर बंद होंगे हैं। इस बार भैया दूज तीन नवम्बर को  है। यमुनोत्री धाम के रावल आशीष उनियाल ने बताया कि तीन नवम्बर को सोमेश्वर देवाता की डोली मां यमुना के भुलावे आयेगी। सोमेश्वर देवाता की डोली के साथ मां यमुना की डोली खरसाली गांव के शीतकालीन प्रवास के लिए रवाना होगी।

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