युद्ध विराम के लिए आचार्य दैवज्ञ ने भारतीय सेनाओं की सफलता के लिए 9 मई से शुरू किया माता बगलामुखी पाठ
ऋषिकेश। उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल दैवज्ञ” ने भारतीय सेनाओं की विजय की खुशी में परमार्थ निकेतन पहुंचकर स्वामी चिदानंद सरस्वती के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ गंगा की आरती उतारी। डॉ दैवज्ञ दोपहर में परमार्थ निकेतन पहुंचे और स्वामी चिदानंद सरस्वती से शिक्षा, संस्कृति एवं पर्यावरण से जुड़े हुए विभिन्न पहलुओं पर गंभीर मंत्रणा की। शाम को उन्होंने स्वामी जी के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ गंगा मैया की आरती उतारी संस्कृत शिक्षा के सहायक निदेशक की राजकीय जिम्मेदारी को निभा रहे डॉक्टर चंडी प्रसाद की स्वामी चिदानंद सरस्वती ने बहुत अच्छे ढंग से संस्कार युक्त शिक्षा की अलग जगाने के लिए प्रशंसा करते हुए अशोक का पौधा देकर सम्मानित किया।*
संपर्क करने पर ज्योतिष रत्न डॉक्टर दैवज्ञ ने समाचार की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने संकल्प लिया था कि भारतीय सेनाओ का मनोबल ऊंचा रहे इसके लिए वह शत्रु विनाशिनी माता बगलामुखी की विशेष साधना के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा यज्ञ की पूर्णाहुति एवं गंगा मैया की आरती उतारेंगे इसलिए वह परमार्थ निकेतन पहुंचे हैं ,जहां पर शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा के प्रचार -प्रसार तथा पर्यावरण और गंगा संरक्षण के लिए उन्हें स्वामी चिदानंद सरस्वती का आशीर्वाद मिला है।
स्मरणीय है कि आचार्य दैवज्ञ ने भारतीय सेनाओं की सफलता के लिए 9 तारीख से माता बगलामुखी की आराधना प्रारंभ की थी, और उसके तत्काल बाद ही युद्ध विराम की घोषणा हो गई इसी तरह उनकी बहुत सारी भविष्यवाणीयां और साधनाएं लोगों के लिए सफल हो रही है।