ग्रामीणों की शिकायत के बाद वन विभाग की टीम पहुंची मौके पर।।
चिरंजीव सेमवाल
उत्तरकाशी 17, सितंबर। ज़िले विभिन्न क्षेत्रों में काश्तकारों की खड़ी फसलों को जंगली सुअर रौंद रहे है जिससे काश्तकार परेशान हैं।
विकासखंड चिन्यालीसौड़ के ग्राम बमणमत , मौरोगी इन दिनों जंगली सुअर का आतंक देखने को मिल रहा है। जंगली सुअर ग्रामीणों की धान मंडवा,झंगोरा,डाल की खेती सहित नकदी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
इन दिनों फसलें तैयार है लेकिन सुअर काश्तकारों की मेहनत पर पानी फेर रहे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से इस संबंध में कार्यवाही किए जाने की मांग की।
सुअरों की संख्या में हो रही है बढ़ोतरी
सुअरों की संख्या दिनों दिन बढ़ रही है कई बार दिन में भी सुअर खेतों में दिखाई देते हैं। पूर्व प्रधान बमंनती वीरेंद्र सिंह राणा का कहना है कि इस संबंध में विभाग को भी ज्ञापन दिया गया है। उन्होंने कहा कि सुअर फसलों को रौंद रहे है। काश्तकारों को खुद ही फसलों की रखवाली करनी पड़ती है। उन्होंने विभाग से सुअरों से निजात दिलाने की मांग की है।
रेंज अधिकारी धरासू जगमोहन सिंह गंगाडी ने बताया कि उनके द्वारा इन गांवों में सूअररोड़ी दीवार लगाने के लिए प्रोजेक्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेज दिया गया है प्रोजेक्ट पास होती ही घेरबाड़ लगा दी जाएगी जिससे काश्तकारों को राहत मिलेगी।
उधर विकास खंडमोरी केखेड़मी ग्राम पंचायत
स्थित किसानों के खेतों में जंगली सूअरों का आतंक है। जंगली सुअरों के झुंड ने किसानों के धान,मक्का,मंडुवा, सेब आदि मुख्य फसल कुचल दी है। इसको लेकर किसानों ने वन विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को ग्राम प्रधान सुरेन्द्र सिंह ने किसानों कि हुई नष्ट फसल का उचित मौजा देने की मांग की है। जांच टीम ने ग्रामीणों को भरोसा देकर उचित मौजा देने का भरोसा दिलाया,ग्राम पंचायत स्तर के भट्टाडी,मुश्या देई,फकीरान तोक, मुस्या देई के गोदी तोक,कांडी तोक अलग – अलग स्थानों पर फसल का नुक्सान किया है।
इस मौके पर वन क्षेत्राधिकारी अमिता चौहान थपलियाल, सेक्शन अधिकारी गडूगाड़ अनिल, वन दरोगा खुश्बू चौहान, वन वीट अधिकारी बृज चंद रमोला, चौकीदार अमरीका तथा राजस्व विभाग के राजस्व उप निरीक्षक सोहन लाल आदि टीम सहित ग्राम प्रधान सुरेन्द्र सिंह,वन सरपंच अनिल लाल,सामाजिक कार्यकर्ता अनिल पंवार, पूर्व ग्राम प्रधान केशर सिंह, पूर्व प्रधान चन्दर सिंह, सुनील सिंह, राजेन्द्र सिंह, पुष्पेन्द्र सिंह, जगमोहन सिंह, नरेश सिंह, विनेश सिंह, दफ्तर सिंह, चतर लाल आदि दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे।