उत्तरकाशी के जंगलों में आग का तांडव जारी, आसमान में छाया धूंआ का गुब्बारा ।
जिला मुख्यालय के वरूणावत पर्वत की तलहटी पर लगी भीषण आग।।
राडी घाटी के जंगलों में भड़की आग, आग से धरासू यमुनोत्री मार्ग पर आ रहे पत्थर।।
चिरंजीव सेमवाल
उत्तरकाशी 29, मई। उत्तरकाशी के जंगलों में बीते तीन चार दिनों भड़की आग से आसमान में धूंआ का गुब्बारा छाया है। जंगलों में भड़की आग की ऊंची लपटे अब आबादी तक पहुंच रहे हैं । भीषण गर्मी में आग के तांडव से वन विभाग के हाथ पांव फूल गये हैं आलम यह है कि वन विभाग के पास आग बुझाने के कोई संसाधन भी नहीं हैं ।
बुधवार देर रात्रि जिला मुख्यालय उत्तरकाशी शीर्ष पर स्थित वरुणावत पर्वत आग ने लाखों की वन संपदा को नष्ट कर दिया। आग से वरूणावत पर्वत के तलहटी में प्रसिद्ध पर्यावरणविद् प्रताप पोखरियाल द्वारा रोपित श्याम स्मृति वन पर भी खतरा मंडरा ने लगा है।
के अलग-अलग हिस्सों में बीते तीन दिनों से आग का तांडव जारी है। दिवारी खोल बनचौरा के जंगल में भीषण आग लगी है। आग की चपेट में मंगलवार दर्जनों बकरियां भी जल कर दर्दनाक मौत हो चुकी, जबकि भेड़पालक आग से झुलस गया था।वहीं यमुना वन प्रभाग के राडी घाटी के जंगलों में भड़की आग के अंगारों के साथ पत्थर धरासू यमुनोत्री राजमार्ग पर आ रहे जो की चार धाम यात्रा मार्ग पर दुर्घटना का न्यूता दे रहा है । वहीं टौंस, वन प्रभाग के जंगलों में भी आग लगी है।
इधर डुंडा रेंजर पुजा बिष्ट ने बताया कि मुखेम रेंज के
दिल सौड़, डांग छानी, मनेरा, आदि स्थानों पर आग लगी है। वहीं डुंडा धनारी बुग्याल गांव, धरासू के पास आग लगी है ।
उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर आग लगी वहां पानी भी नहीं कुछ स्थानों पर आग पर काबू पाया लिया गया है। जिला मुख्यालय से सटे जंगलों में भीषण आग लगने से मुख्यालय में धुंआ ही धुंआ छाया हुआ है । जिससे सांस के मरीज को भारी परेशानी हो रही है।
इधर रेंज अधिकारी बाडाहाट बताया कि वर्णावत पर्वत के पास वन अग्नि काबू पाने के लिए वन विभाग ने एन0डी0आर0एफ0,एस0डी0आर0एफ0 फायर तथा क्यू0आर0टी0 आदि की मदद ली है टीम द्वारा आग बुझाने कार्य देर रात्रि तक जारी है।