ट्रैकिंग रुट पर फंसे ट्रैकर्स के सर्च अभियान के लिए निकली एसडीआरएफ की टीम ।।
सहस्त्र ताल पर फंसे ट्रैकिंग दलों की खोज के लिए भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर ली जा रही मदद।।
एसडीआरएफ कमांडेंट मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व टीम जूटी रेस्क्यू ऑपरेशन में।।
चिरंजीव सेमवाल
उत्तरकाशी 5 ,जून । समुद्र तल से 4600 मीटर की ऊचॉई पर स्थित सहस्त्र ताल पर भटके 22 ट्रैकिंग दल
खोजने के लिए कमांडेंट मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम उत्तरकाशी स्थित मालती हेलीकॉप्टर से पहुंच गई है। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया है कि
सहस्त्रताल की ट्रैकिंग रुट पर फंसे ट्रैकर्स को रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ व वन विभाग के रेस्क्यू दल अलग-अलग दिशाओं से घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं।
जिला प्रशासन ने भारतीय वायु सेना से भी फंसे ट्रेकर्स के सर्च और रेस्क्यू हेतु अनुरोध किया है। जिसे देखते हुए मातली व हर्षिल सहित अन्य हेलीपैड पर आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किये गए हैं। जिला प्रशासन के अनुसार वायु सेना की हेली सर्च एवं रेस्क्यू टीम अभियान में शामिल हो गये हैं
उधर वन विभाग की दस सदस्यों की रेकी व रेस्क्यू टीम सिल्ला गाँव से आगे निकल चुकी है। जबकि जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से एसडीआएफ का दल भी बुधवार तड़के सुबह टिहरी जिले के बूढाकेदार की तरफ से रेस्क्यू की कार्रवाई शुरू करने के लिए रवाना हो चुका है।
इस रेस्क्यू अभियान के समन्वय में जुटे पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बताया कि
एसडीआरएफ की माउंटेनियरिंग टीम भी देहरादून से हेलीकॉप्टर से एरियल रैकी के लिए रवाना हो चुके है।
उल्लेखनीय है कि हिमालयन व्यू ट्रैकिंग ऐजेंसी, मनेरी के द्वारा मल्ला-सिल्ला-कुशकल्याण-सहस्त्रताल ट्रैक पर एक 22 सदस्यीय ट्रैकिंग दल जिसमें कनार्टक के 18 सदस्य एवं महाराष्ट्र का एक सदस्य और तीन स्थानीय गाईड शामिल थे, को गत 29 मई को सहस्त्रताल के ट्रैकिंग अभियान पर रवाना करवाया गया था। इस ट्रैकिंग दल को आगामी 7 जून तक वापस लौटना था। इसी दौरान गत दिन अंतिम शिविर से सहस्त्रताल पहुंचने के दौरान मौसम खराब होने से यह दल रास्ता भटक गया। सम्बन्धित ट्रैकिंग ऐजेंसी ने खोजबीन करने पर इस दल के चार सदस्यों की मृत्यु होने की सूचना देते हुए ट्रैक में फंसे अन्य 13 सदस्यों का शीघ्र रेस्क्यू किये जाने का अनुरोध किया गया है।