गाजणा पट्टी के सिरी गाड़ ने मचाई तबाही, आठ मवेशियों सहित गौशाला, कृषि भूमि बही।।
बादल फटने से आया सैलाब, सड़क -नहरें, समवेत भारी नुक्सान की सूचना।।
भाजपा नेता सत्ये सिंह राणा ने स्थलीय निरीक्षण कर डीएम से गांव में नुक़सान आंकलन का अनुरोध किया ।।
चिरंजीव सेमवाल
उत्तरकाशी। जिले में 31 जुलाई की रात्रि को हुई अतिवृष्टि से अलग -अलग हिस्सों में भारी नुक्सान हुआ है।
कई स्थानों पर जिला प्रशासन का पटवारी तक भी गांव तक नहीं पहुंच पाये जिससे ग्रामीण परेशान एवं दहशत में हैं।
गौरतलब है कि 31 जुलाई रात्रि जनपद के मोरी, बड़कोट, डुंडा, भटवाड़ी तहसील क्षेत्रों में अतिवृष्टि से भारी तबाही मचाई है । जिस कारण राजस्व विभाग की टीम हर प्रभावित क्षेत्रों में नहीं पहुंच पाई है।
बता दें कि गाजणा पट्टी के ग्राम सिरी पटटी गांव बादल फटने के कारण ग्राम सिरी गाड में अत्यधिक पानी व मलबा आने के कारण बाढ़ की चपेट में छानियां , मवेशियों में 8 भैंस गाय बैल भी बह गये है। रात्रि को नदी के आस पास रह रहे ग्रामीणों ने अन्यत्र भागकर जान बचाई है ।
उल्लेखनीय है कि बरसात सीजन में ग्रामीण लगभग चार पांच महीनों के लिए अपनी मवेशियों को जंगलों में छानियों में लेकर जाते हैं।
सिरी निवासी एवं भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सत्ये सिंह राणा ने गांव पहुंच कर अतिवृष्टि से हुये नुक्सान का जायजा लेकर ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि आपदा से हुई नुक्सान के लिए डीएम एवं क्षेत्रीय विधायक से वार्ता कर जल्द नुक्सान का स्थलीय निरीक्षण करवा ने का अनुरोध करवाया जायेगा जिससे कि पीड़ित ग्रामीणों को राहत मिल सके। श्री राणा ने बताया कि
सिरी गाड़ में भयंकर जल शैलाभ के कारण विजेन्द्र सिंह ,राजेन्द्र सिंह ,पंचम सिंह एवं आदि आदि के गाय भैंस बैल बह गये तथा नदी के किनारे कई घराट (पनचक्किया )तथा गौशालाओं एवं सिरी गाड़ के लगभग 6 किलोमीटर की लम्बाई में नदी के बाढ़ के आवेग से ग्राम सभा सिरी, ढुंग, कोनगढ, धौन्तरी के ग्रामीणों की उपजाऊ कृषि भूमि बह गयी है। तथा नदी में बने पुर्व के लगभग 8-9 आर.सी सी पुलिया, रास्ते बाढ के चपेट में आने से बह गये। जिसके कारण गांव में आवागमन का संकट पैदा हो गया है। कुल मिलाकर गांव में अतिवृष्टि से तबाही मचाई है । गांव में भाजपा नेता सत्ये सिंह राणा के साथ भाजप पूर्व जिला महामंत्री विजय बहादुर रावत, नत्थी सिंह, शेहर सिंह आदि मौजूद रहे हैं।