जिला मुख्यालय में लगातार हो रही बारिश से आपदा प्रबंधन अलर्ट।।

By sarutalsandesh.com Sep 3, 2024
वरूणावत पर्वत की तलहटी से फिर हुआ लैंड स्लाइट, किसी नुकशान की खबर नहीं।।
उत्तरकाशी लोग बारिश के बीच  घरों से निकलने बाहऱ ।।
उत्तरकाशी ढाई घंटे से लगातार हो रही बारिश, भूस्खलन  क्षेत्र से आ रही रूक -रूक कर पत्थरों की आवाज।।
जिला मुख्यालय में लगातार हो रही बारिश से आपदा प्रबंधन अलर्ट।।
चिरंजीव सेमवाल

 

उत्तरकाशीजिला मुख्यालय में साढ़े पांच बजे सायं से लगातार हो रही बारिश से एक बार पुनः उत्तरकाशी के वरूणावत पर्वत से लगे गुफियारा-जल संस्थान कॉलोनी के ऊपर पहाड़ी से मंगलवार देर रात्रि पुनः भारी भूस्खलन हुआ है हालांकि निचे आवादी क्षेत्र में किसी नुकसान की खबर नहीं है। जिलाधिकारी डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि ख़तरे की जद में सभी भवनों को खाली करवाया दिया गया है। सभी लोगों को सुरक्षित धर्मशालाओं में शिफ्ट करवा दिया गया है।वहीं जिलाधिकारी ने बीआरओ एनडीआरफ, एसडीआरएफ,पुलिस, अलर्ट मोड पर रखा है।
गौरतलब है कि मंगलवार को साढ़े पांच बजे सायं से झमाझम भारी बारिश के कारण वरूणावत पर्वत की तलहटी के निचे गुफियारा – जल संस्थान कॉलोनी के ऊपर हो भूस्खलन क्षेत्र में बीच-बीच में पत्थर गिरने की भी आवाज आ है। जिससे कलेक्ट्रेट कॉलोनी, भटवाड़ी टैक्सी स्टैंड रोड़ पर लोग बारिश के बीच अपने अपने घरों से बाहर निकले हैं।
पहले भूस्खलन क्षेत्र से हल्की लैंडस्लाइड हो रही थी लेकिन सवाल आठ बजे भूस्खलन का अटका हुआ मलवा निचे गिरा जिसकी भारी आवाज आई है। उधर जिला आपदा परिचालन केंद्र से भूस्खलन क्षेत्र में जैनसन्स इलेक्ट्रॉनिक्स से फौकस कर पूरी तरह से नजर रखी जा रही है।

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डीएम ने भूस्खलन के सर्वेक्ष लिए टीएचडीसी को विशेषज्ञों की टीम भेजने का किया अनुरोध।।

वरूणावत पर्वत की तलहटी में खतरे के जद में 32 परिवारों को भवन खाली करवाने का प्रशासन ने थमाये नोटिस

खतरे की जद में दश परिवारों ने खाली किया अपने भवन।।

उत्तरकाशी। वरूणावत पर्वत से लगे गुफियारा-जल संस्थान कॉलोनी के ऊपर पहाड़ी पर हो रहे भूस्खलन जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट चिंतित हैं।
डीएम ने मंगलवार को गुफियारा-जल संस्थान कॉलोनी के ऊपर पहाड़ी पर हो रहे भूस्खलन के विस्तृत सर्वेक्षण व उपचार के उपायों के लिए टीएचडीसी को अति शीघ्र विशेषज्ञों की टीम भेजने का भी अनुरोध किया है। वहीं जिला प्रशासन के प्रस्ताव पर आपदा सचिव उत्तराखंड शासन विनोद कुमार सुमन के द्वारा भी टीएचडीसी को इस संबंध में पत्र भेजा गया है।

प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्र में तात्कालिक कार्यों के लिए लोनिवि को निर्देश देने के साथ ही टीएचडीसी के सर्वेक्षण में सहयोग हेतु जिला टास्क फोर्स के भूवैज्ञानिक को भी निर्देशित किया है।

उल्लेखनीय है कि 21 वषों के बाद 27 अगस्त रात्रि को वरुणावत पर्वत के गोफियारा- जल संस्थान कॉलोनी में भूस्खलन हुआ था। जिला प्रशासन भूस्खलन क्षेत्र की निरंतर निगरानी करने के साथ ही खतरे की आशंका वाले भवनों से लोगों को अन्यत्र सुरक्षित स्थानों पर रहने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए जिलाधिकारी ने क्षेत्र के प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर रखवाने के लिए उपजिलाधिकारी भटवाड़ी वृजेश तिवारी को उत्तरकाशी की काली कमली एवं दांडी क्षेत्र आश्रम को अधिग्रहण करवाने के आदेश जारी किए हैं।उधर उपजिलाधिकारी भटवाड़ी ने प्रभावित क्षेत्रों के 32 परिवारों की व्यवस्था दंडी आश्रम और काली कमली धर्मशाला उत्तरकाशी के पांच-पांच कक्षों को अधिग्रहीत कर लिया है ।
प्रशासन के द्वारा खतरे की जद में निवासरत 32 परिवारों व भवन स्वामियों को नोटिस जारी कर उक्त लोगों को अन्यत्र सुरक्षित स्थानों पर रहने की निर्देश दिए गये हैं। इसके लिए प्रभावितों को नियमानुसार किराए का भुगतान भी किया जाएगा। वर्तमान समय में भूस्खलन संभावित प्रभावित क्षेत्र से धर्मशालाओं में खतरे की जद में रह रहे परिवारों को प्रशासन ने शिफ्ट करवा दिया जबकि 10  परिवारों ने पहले  ही खाली कर दिये थे प्रशासन को अवगत कराया है कि वह किराए का कमरा लेकर अन्यत्र रह रहे हैं।

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