उत्तरकाशी आसमानी आफत से भू-
बारिश-भूस्खलन से थर्राया उत्तरकाशी: दरकते घर, टूटी सड़कें
बड़कोट – उपराडी मार्ग का 20 मीटर सड़क का हिस्सा वाश आउट
चिरंजीव सेमवाल
उत्तरकाशी : जिले में मौसम की मार जारी है। धराली के बाद अब बड़कोट समेत विभिन्न स्थानों पर मकानों में दरारें आने से लोग दहशत में हैं।
जनपद में निरंतर हो रही बारिश और भू-धंसाव से गंगोत्री – यमुनोत्री समेत 62 मार्ग जगह-जगह बाधित हैं। जिससे सीमांत क्षेत्रों में लोगों को आवागमन नहीं हो पा रहा । वहीं के काश्तकारों की नगदी फसले भी बाजार तक नहीं पहुंच पा रही हैं।
इधर जिला परिचालन केंद्र उत्तरकाशी से मिली जानकारी के मुताबिक जिले भर में वर्तमान में करीब 62 मार्ग बाधित हैं। विभाग द्वारा उक्त मार्गो को खोलने की कार्यवाही लगातार जारी है।
बता दें कि भूस्खलन की घटना के कारण ऋषिकेश गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग नालूपानी–धरासू में बार-बार अवरुद्ध हो रहा है,जिससे यातायात व्यवस्थाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य स्वयं ग्राउंड जरूर पर उतरकर जनसुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील मार्ग पर आम जनों की सुरक्षित आवाजाही के आवश्यक निर्देश दिये है। उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी से लम्बगांव–डोबराचांटी पुल–जाख–चम्बा मोटर मार्ग (राज्य मार्ग), जिसकी कुल लंबाई लगभग 108 किलोमीटर है को वैकल्पिक मार्ग के रूप में चिन्हित कर वैकल्पिक यातायात मार्ग के रूप में अति महत्वपूर्ण है।
बारिश से यमुनोत्री हाईवे सिलाई बैंड में तीन स्थानों पर पहाड़ी से बोल्डर गिर रहे है वहीं स्याना चट्टी से आगे भी मार्ग करीब 300 मीटर सड़क 12 दिनों से बंद।
इधर नगरपालिका बड़कोट से -उपराड़ी मोटर मार्ग पर चक्र गांव के पास करीब 20-30 मीटर से अधिक हिस्सा भू-धंसाव से वाश आउट हो गया जिससे पूरी आवाजाही ठप हो गई है। पीएमजीएसवाई मार्ग में हो रहे भू-धंसाव से आसपास के कई भवनों को भी खतरा मंडराने लगा है।
उधर लोनिवि गेस्ट हाउस और सरूखेत के पास भी पूराना भूस्खलन सक्रिय हो गया जिससे कई घरों , होटलों में दरारें पड़ने से लोग दहशत में है। इधर पूर्व प्रधान शांति बेलवाल ने बताया कि यह सड़क चार- पांच कई सालों से भूस्खलन हो रहा है। पीएमजीएसवाई पुरोला
को दर्जनों बार लिखित सूचना दी गई , लेकिन अब तक सड़क का स्थायी ट्रीटमेंट नहीं किया गया।