Breaking
Fri. Sep 20th, 2024

उत्तरकाशी: मुख्य व्यास प्रसिद्ध कथा वाचक डॉ श्याम सुंदर पाराशर होंगे।।

By sarutalsandesh.com Apr 20, 2024

उत्तरकाशी : 23 अप्रैल से होगा सात दिवसीय 108 श्रीमद्भागवत महापुराण ।।

महायज्ञ में 121देव डोलियों, 139 विद्वान पुरोहित उद्घोष का होगा महासंगम ।।

उत्तरकाशी :मुख्य व्यास प्रसिद्ध कथा वाचक डॉ श्याम सुंदर पाराशर होंगे।।

 

चिरंजीव सेमवाल
उत्तरकाशी 07, अप्रैल। अष्टादश महापुराण एवं अतिरुद्र महायज्ञ समिति के अध्यक्ष हरि सिंह राणा ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी संस्कार विहीन हो रही है। लोग अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे हैं ।
108 श्रीमद्भागवत महापुराण से निश्चित तौर पर युवाओं को नई दिशा, संस्का व ,ज्ञान मिलेगा जिससे हमारे संस्कृति से युवा पीढ़ी जुड़ी हुई रहेगी। उन्होंने कहा कि 108 श्रीमद्भागवत महापुराण का मुख्य उद्देश्य देश कल्याण एवं जनपद के खुशहाली के लिए किया जा रहा जिसमें आम लोगों से यज्ञे में अधिक से अधिक संख्या में अपनी भागीदारी निभाने का आह्वान किया गया है। शनिवार को अष्टादश महापुराण एवं अतिरुद्र महायज्ञ समिति ने हनुमान मंदिर में पत्रकारों को महायज्ञ की जानकारी साझा की है।
इस दौरान समिति के व्यवस्थापक घनानंद नौटियाल एवं महासचिव रामगोपाल पैन्यूली ने पत्रकारों को बताया कि रामलीला मैदान में
आगामी 23 अप्रैल से 29 अप्रैल तक 108 श्रीमद्भागवत महापुराण कथा का दिव्य आयोजन होने जा रहा है। सात दिवसीय 108 श्रीमद्भागवत का दिव्य आयोजन में श्रीमद्भागवत मूल पाठार्थी सहित 139 वेदपाठी पुरोहित, आचार्यों द्वारा इस ज्ञान महाकुंभ में विद्वानों के प्रवचनों से यहां भूमि ज्ञानाप्लावित करेंगे।
इस दौरान समिति संयोजक प्रेम सिंह पंवार ने मीडिया को यज्ञ की जानकारी साझा करते हुए बताया कि 21 अप्रैल को यज्ञ के रक्षक हनुमान ध्वज स्थापित किया जायेगा तथा 22 अप्रैल प्रातः 11 बजे उत्तरकाशी शहर में कलश एंव शोभा यात्रा का कार्यक्रम निश्चित किया गया है, तथा 23 अप्रैल से 29 अप्रैल 2024 तक अष्टादश महापुराण एंव अतिरूद्र महायज्ञ समित द्वारा
सम्पन्न करवाया जायेगा।
समिति ने इस महा यज्ञ में जनपद वासियों से सहयोग मांगा है। समिति ने बताया कि इस ज्ञान महायज्ञ के मुख्य व्यास प्रसिद्ध कथा वाचक डॉ श्याम सुंदर पाराशर जी होंगे। महायज्ञ में जिले भर की 121 देव डोलियों का महा संगम होगा इस के लिए अभी से आमंत्रण दिया गया है।
उन्होंने बताया कि इस दिव्य आयोजन में यजमान बनने का एवं अपने पित्तरों की पितरों की सद्गति एवं पारिवारिक सुख समृद्धि के लिए 31000 हजार रुपए की सहयोग राशि देकर इच्छुक भक्तगण यजमान बन सकते हैं ।
इस मौके समिति के अध्यक्ष हरि सिंह राणा, महासचिव रामगोपाल पैन्यूली, व्यवस्थापक घनानंद नौटियाल, संयोजक प्रेम सिंह पंवार ,
वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीमती प्रभावती गौड़, कोषाध्यक्ष जीतकर सिंह नेगी, आनन्द प्रकाश भट्ट,
रामकृष्ण नौटियाल, प्रथम सिंह बर्तवाल, गोविन्द सिंह राणा, नत्थी सिंह रावत , आनन्द प्रकाश भट्ट,जीतवर सिंह नेगी ,जगमोहन सिंह चौहान, आचार्य रविन्द्र नौटियाल, डाक्टर शंभू प्रसाद नौटियाल,प्रताप पोखरियाल, श्रीमती गीता गैरोला, अनीता गुसाईं , संतोषी , आदि मौजूद रहे है।

 

 

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *