कृष्ण और राधा के मटकी फोड़ने के बाद पंचगाई पट्टी के लोगों ने खेली दुध -मक्खन की होली।।
भटवाडी़/उत्तरकाशी। 11 हजार फीट की ऊंचाई पर
स्थित दयारा बुग्याल में अंढूड़ी अंढूड़ी की अलग ही पहचान है। इस बार भी दयारा बुग्याल में बटर फेस्टिवल (अंढूड़ी उत्सव) समेश्वर देव डोली और पांडव पश्वों के सानिध्य में धूमधाम से मनाई गई।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शरिक हुये क्षेत्रीय विधायक सुरेश चौहान, भाजपा जिलाध्यक्ष सतेंद्र राणा ने
कृष्ण और राधा के मटकी फोड़ने के बाद पंचगाई पट्टी समेत आसपास के ग्रामीणों ने दूध, दही एवं मक्खन की होली खेली। गुलाल की जगह एक दूसरे पर लोगों ने दूध मक्खन लगाकर रासो तांदी नृत्य का किया।
भटवाड़ी ब्लॉक के दयारा बुग्याल में आयोजित मक्खन और मट्ठा के साथ खेली जाने वाली होली
पारंपरिक तरीके से मनाया जाता है। दयारा पर्यटन उत्सव समिति के तत्वाधान में पंचगाई रैथल समेत नटीण, बंद्राणी, क्यार्क, भटवाड़ी के आराध्य समेश्वर देवता की डोली और पांच पांडवों के पश्वा दयारा बुग्याल पहुंचे। इसके साथ ही जिले के अन्य स्थानों से भी लोग दयारा बुग्याल पहुंचे जहां पर पहले पांच पांडव के पश्वा अवतरित हुए। उसके बाद समेश्वर देवता की डोली के साथ उनके पश्वा भी अवतरित हुए।
उधर दयारा पर्यटन उत्सव समिति के अध्यक्ष मनोज राणा ने बताया कि पशुपालन पर टिकी आजीविका के चलते ग्रामीण सुख समृद्धि की कामना करते करते हैं। इसी को लेकर सालों से दयारा बुग्याल में मट्ठा और मक्खन की होली खेलते हैं। यह उत्सव भाद्रपद महीने की संक्रांति को पारंपरिक रूप से मनाया जाता है।उन्होंने कहा कि अब यह पर्व विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाता जा रहा हैं।
कार्यक्रम में दयारा पर्यटन समिति अध्यक्ष मनोज राणा, ग्राम प्रधान रैथल शुशीला राणा, नटीन प्रधान महेंद्र पौखरियाल, बन्द्राणी प्रधान अनीता विश्वकर्मा, पंच मालगुजार रैथल किशन सिंह राणा, बन्द्राणी सुन्दर सिंह भण्डारी, भागवत सिंह राणा,राजकेन्द्र थनवाण, रमेश रतूड़ी, गोपालराम रतूड़ी, सहेन्द्र सिंह राणा आदि ग्रामिण मौजूद रहें।