स्यान चट्टी में झील बनने मची अफरातफरी,
उपजिलाधिकारी समेत, SDRF, NDRF, पुलिस मौके पर।।
चिरंजीव सेमवाल
उत्तरकाशी: स्याना चट्टी में कुपडा गाड़ से मलवा आने से एक बार पुनः यमुना नदी का प्रवाह बाधित होने से अस्थाई झील बन गई है। पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से आस-पास के घर,मकान व होटल खाली करवा दिये गये हैं।
इधर जिलाधिकारी प्रशांत कुमार आर्य ने
बताया कि स्यानाचट्टी के लिए तत्काल 3 टीमें मौके पर रवाना हो चुक हैं।
गुरूवार को दोपहर बाद कुपडा गदेरे में आये मलवा से यमुना नदी में झील बन गई है रोड़ से नीचे की ओर सभी होटलों, घरों में जल भराव हो गया है व पुल के ऊपर तक पानी भर गया है सभी घरों को खाली करवा दिया गया है वहां से 150 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है ।
उधर यमुना नदी पर ग्राम ओजरी, ग्राम पूजारगांव, पाली गांव ,खरादी, कुथनोर, व स्यानाचट्टी को ग्रामों को अलर्ट कर दिया गया है।
पुलिस ने बताया कि उक्त स्थान पर अत्यधिक जलभराव से निचले इलाकों के सभी जनमानस को सचेत रहने की आवश्यकता है। पुलिस ने स्थानीय निवासियों से अपिल की है कि
यमुना नदी के आस-पास न जाएं, सुरक्षित स्थानों पर रहें।
पुलिस ने सहायता के लिए 112 डायल करने की अपील की है।
मौके पर एसडीआरएफ, एनडीआरएफ पुलिस, फायर सर्विस, सिंचाई विभाग राजस्व टीम उप जिलाधिकारी बड़कोट मौके पर मौजूद है।
गौरतलब है कि उत्तरकाशी के स्यानाचट्टी में, 28 जून की देर रात बादल फटने से कुपड़ा गाड़ से आए भारी मलबे के कारण यमुना नदी का प्रवाह रुक गया था, जिससे नदी पर एक झील बन गई थी।इस कारण स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई थी, क्योंकि झील का पानी होटलों की निचली मंजिलों तक पहुंच गया था। हालांकि, कुछ दिनों बाद मशीनरी द्वारा मलबा हटाए जाने पर झील का पानी धीरे-धीरे कम हो गया और स्थिति में सुधार हुआ, जिससे स्थानीय निवासियों ने राहत की सांस ली थी।
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आपदा प्रभावितों के साथ पूरी सरकार खड़ी: चौहान
उत्तरकाशी: भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने बताया कि यमुना घाटी में आपदा से भारी नुकसान हो रहा है।
गुरूवार को तहसील बड़कोट के अंतर्गत स्यानाचट्टी के पास सायं 4:30 बजे गढगाड नाला से अधिक मालवा /पानी आने के कारण यमुना नदी का प्रवाह रूक गया जिससे
पर स्यानाचट्टी में जलभराव के कारण स्थानीय घर और होटल आपदा की चपेट में आ गए हैं।
साथ ही खरादी में भी पहाड़ी पर हुए भू-धसाव से कम से कम 10 होटल और कई स्थानीय परिवारों के मकान खतरे में हैं। उन्होंने बताया कि मामले में मेरी जिलाधिकारी उत्तरकाशी प्रशांत आर्य से दूरभाष पर वार्ता हुई डीएम ने तत्काल मौके पर तीन टीमें रेस्क्यू के लिए भेज दिया है। उन्होंने कहा कि
इस भिषण आपदा की घड़ी में सरकार प्रभावित परिवारों के साथ पूरी तरह से खड़ी है।