मानसून सीजन में पंचायत चुनाव करवाना अग्नि परीक्षा से कम नहीं
28 जुलाई तक संपन्न होंगे पंचायत चुनाव, मतगणना 31 जुलाई को
चिरंजीव सेमवाल
उत्तरकाशी: प्रदेश में हरिद्वार जनपद को छोड़ राज्य के शेष 12 जिलों में हाईकोर्ट की रोक हटने के बाद सरकार ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव
संशोधित कार्यक्रम जारी कर दिया है। अब चुनाव को लेकर भले ही असमंजस भी दूर हो गया हो , लेकिन सरकार के लिए मानसून की फुहारों के बीच पंचायत चुनाव करवाना किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं होगा। आखिर जुलाई माह की मूसलाधार बारिश में स्थानीय प्रशासन सड़कों व आपदा की चुनौती से निपटेगा कि पंचायत चुनाव संपन्न करवायेगा ये सवाल उठने लगा है।
शनिवार को राज्य निर्वाचन आयोग ने संशोधित चुनाव कार्यक्रम घोषित करते ही चुनावी हलचल फिर से तेज हो गई है। दावेदारों ने भाग्यविधाता मतदाताओं की चौखट पर दस्तक देनी शुरू कर दी है।
इस परिदृश्य के बीच पंचायत चुनाव में मौसम तंत्र के साथ ही प्रत्याशियों की परीक्षा भी लेगा। यद्यपि, वर्षाकाल काे देखते हुए राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने सभी संबंधित जिलाधिकारियों को किसी भी आपात स्थिति से निबटने के दृष्टिगत कंटीजेंसी प्लान तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही चुनाव की प्रक्रिया के लिए जिलाधिकारियों सुविधा जनक स्थलों का चयन करने की छुट दी है।
लेकिन जुलाई माह में राज्य के उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी, चमोली, रूद्रप्रयाग, समेत कुमाऊं मंडल के कुछ जनपद आपदा की लीहाज से अति संवेदनशील है ऐसे में मानसून सीजन सरकार की दुश्वारियां बढ़ा सकती है। जिस प्रकार से मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया और जगह जगह बादल फटने की सूचना ने पूरे सिस्टम को एंगेज कर दिया है उससे तो यही लगता कि मानसून सीजन में सरकार का पंचायत चुनाव करवाने का निर्णय ठीक नहीं रहा। आखिर मानसून सीजन में सरकार मशीनरी आपदा की चुनौती से निपटेगा कि पंचायत चुनाव करायें ये सबसे बड़ी चुनौती जिला प्रशासन के लिए बनी हुई है।
गौरतलब है कि संशोधित कार्यक्रम अनुसार राज्य निर्वाचन आयुक्त
ने अब 02 जुलाई से नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी। 24 और 28 जुलाई को दो चरणों में मतदान होगा। 31 जुलाई को चुनाव परिणाम किए जाएंगे।
हरिद्वार को छोड़कर अन्य 12 जिलों के 89 विकास खंडों में सदस्य ग्राम पंचायत के 55587, प्रधान ग्राम पंचायत के 7499, सदस्य क्षेत्र पंचायत के 2974 और सदस्य जिला पंचायत के 358 पदों पर निर्वाचन होना है।पंचायतों के कुल 66418 पदों पर निर्वाचन के लिए प्रदेश में 8276 मतदान केन्द्र और 10529 मतदान स्थल निर्धारित किए गए हैं। त्रिस्तरीय पंचायतों के निर्वाचन में 47,77,072 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। जिनमें महिला मतदाताओं की संख्या 2310996, पुरूष मतदाताओं की संख्या 2465702 और अन्य मतदाताओं की संख्या 374 है। वर्ष 2019 (कुल मतदाता 4320279) की तुलना में इस बार मतदाताओं की संख्या में 10.57 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
क्या कहते हैं उत्तरकाशी के डीएम
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा पंचायत चुनाव का संशोधित कार्यक्रम जारी कर दिया है। सरकार ने तय कर लिया है कि 31 जुलाई तक चुनाव संपन्न करवाया लिया जायेंगे। जहां तक मानसून की चुनौती का सवाल है निश्चित तौर पर बारिश के सीजन में पहाड़ी जनपद में बड़ी चुनौती है लेकिन पंचायत चुनाव अभियान ऑफिस कार्य ही है नामांकन के बाद जब मतदान के लिए दो अलग-अलग चरणों में चुनाव कर्मीयों की रवानगी होगी यदि इस दौरान जनपद में बारिश से आपदा की स्थिति बनती है तो इसके लिए राज्य सरकार से मदद मांगी जाएगी।
प्रशांत कुमार आर्य
जिलाधिकारी
उत्तरकाशी।