भारी बारिश से पहाड़ से लेकर मैदानी इलाकों में त्राहिमाम
रूद्रप्रयाग छेनागाड़ बाजार तबाह , 18 से 20 लोगों की लापता होने की सूचना
उत्तरकाशी /गढ़वाल टीम। उत्तराखंड में बीती रात्रि से हो रही जोरदार बारिश के पहाड़ से लेकर मैदानी जनपदों तक त्राहिमाम है। रूप्रयाग, चमोली, टिहरी, उत्तरकाशी, हरीद्वार जिले तक भारी नुकसान की सूचना है।
रूद्रप्रयाग जिले के छेनागाड़ बाजार पूरी तरह से तबाह हो गया है। यहां 18 से 20 लोगों के लापता होने की बात कही जा रही है। साथ ही जखोली ब्लॉक के किमाणा-दानकोट में भी बादल फटने से ग्रामीण सम्पतियों को नुकसान हुआ है। खटोली गांव और बड़ेथ गांव में प्राचीन मंदिर भी ध्वस्त हो गए हैं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि घटनाओं की पूरी जानकारी ली जा रही है। मयाली-गुप्तकाशी मोटर मार्ग भी कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गया है।
उधर टिहरी ज़िले के गेंवाली भिलंगना में रात्रि में रात्रि में बादल फटने की घटना हुई है।
वहीं हरिद्वार में देर रात से हरिद्वार में हो रही मूसलाधार बारिश से हरिद्वार की सड़के जलमग्न हो गये है। बारिश कि पानी लोगो के घरों तक पहुंचा गया है।
आफत बनी बारिश जन जीवन हुआ अस्त व्यस्त।
उधर उत्तरकाशी जनपद में भारी बारिश से गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पापड़ गाड़ से भारी मलवा आ गया है। हाईवे नेताला, नलुणा, विशनपुर, पापड़गाड में मलवा एवं बोल्डर आने से अवरूद्ध हुआ है। इसके अलावा हर्षिल और धराली के बीच मार्ग अवरूद्ध है,
यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग कल्याणी, महरगॉव, डाबरकोट, सिलाई बैण्ड के पास, जंगलचट्टी, बनास एवं नारदचट्टी में मार्ग अवरूद्ध है। स्थान जंगलचट्टी एवं डाबरकोट में मार्ग सुलभ किये जाने कार्य गतिमान है।
इधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद रुद्रप्रयाग के तहसील बसुकेदार क्षेत्र के अंतर्गत बड़ेथ डुंगर तोक और जनपद चमोली के देवाल क्षेत्र में बादल फटने के कारण मलबा आने से कुछ परिवारों के फंसे होने की घटना पर दुःख जताया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। मुख्यमंत्री इस संबंध में निरंतर अधिकारियों से संपर्क में हैं। मुख्यमंत्री ने आपदा सचिव और जिलाधिकारियों से बात कर बचाव कार्यों के प्रभावी संचालन हेतु आवश्यक निर्देश दिए हैं।



