18 सितंबर से उत्तरकाशी गंगोरी से लापता हुऐ थे राजीव प्रताप
चिरंजीव सेमवाल
उत्तरकाशी: सूचना महा निदेशक उत्तराखण्ड देहरादून बंशीधर तिवारी ने बुधवार को उत्तरकाशी दिवंगत डिजिटल पत्रकार राजीव प्रताप के देहरादून स्थित अजब पुर घर जाकर उनके परिवारजनों को अपनी शोक संवेदनाएं ब्यक्त कर परिवार को ढांढस बंधाया।
बताया कि 18 सितम्बर की रात्रि में राजीव अपने दोस्त के साथ उत्तरकाशी बस अड्डे, चौहान होटल में खाना खाने के बाद राजीव अपने दोस्त की अल्टो कार (UK 10DX 4391 लेकर उत्तरकाशी से गंगोरी की ओर निकल गया था। जब वह वापस नहीं लौटा तो अगले दिन 19 सितंबर को उसके दोस्त द्वारा उक्त सम्बन्ध में डायल 112 व राजीव के परिजनों को इसकी जानकारी दी गयी। परिजनों की तहरीर पर पुलिस द्वारा कोतवाली उत्तरकाशी पर राजीव की गुमशुदगी/अपहरण का मामला दर्ज कर गहन तलाश शुरु की गयी। इसके के पश्चात ही पुलिस ने सी सी टी वी फुटेज को चेक किया गया था।
फुटेज में 18 तारीख की रात्री में राजीव गाड़ी चलाते हुए घटना स्थल के पास दिखे जिसमें की वो अकेले गाड़ी चला रहे है थे।
11 दिनों की खोजबीन के बाद 28 सितंबर को राजीब प्रताप का शव जोशियाडा बैराज झील से बरामद हुआ था।
परिजन इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग उठाई है। इधर डीजीपी ने दीपम सेठ ने इसकी एस आईटी गठित कर जांच के आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर सूचना महानिदेशक ने परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की । उन्होंने परिजनों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
इस दौरान पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रदीप भट्ट, आनन्द रावत, क्षेत्र पंचायत सदस्य नरेंद्र सिंह नेगी एवं वरिष्ठ पत्रकार शैलेन्द्र रावत मौजूद रहे।



