अष्टादश महापुराण समिति ने तैयारियों को लेकर की बैठक।।
उत्तरकाशी में 22 से 29 अप्रैल तक सम्पन्न हुआ
होगा 108 श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ।।
महायज्ञ में 121देव डोलियों का होगा महासंगम ।।
उत्तरकाशी 07 अप्रैल।
जिला मुख्यालय में आगामी 22 अप्रैल से 29 अप्रैल तक 108 श्रीमद्भागवत महापुराण कथा का दिव्य आयोजन होने जा रहा है।
रविवार को अष्टादश महापुराण एवं अतिरुद्र महायज्ञ समिति ने हनुमान मंदिर में बैठक कर महायज्ञ संपन्न करवाने के लिए सुझाव एवं सहयोग मांगा है।
बैठक में समिति के अध्यक्ष हरि सिंह राणा, महासचिव रामगोपाल पैन्यूली, व्यवस्थापक घनानंद नौटियाल, संयोजक प्रेम सिंह पंवार आदि ने महायज्ञ की
रूपरेखा एवं तैयारियों को लेकर विस्तृत जानकारी देते हुये जनपद वासियों से सहयोग मांगा है। समिति ने बताया कि इस ज्ञान महायज्ञ के मुख्य व्यास प्रसिद्ध कथा वाचक डॉ श्याम सुंदर पाराशर जी होंगे। महायज्ञ में जिले भर की 121देव डोलियों का महा संगम होगा इस के लिए अभी से आमंत्रण दिया जा रहा है।
रामलीला मैदान में सात दिवसीय 108 श्रीमद्भागवत का दिव्य आयोजन में 108 व्यास के अतिरिक्त वेदपाठी पुरोहित,आचार्य द्वारा इस ज्ञान महाकुंभ में विभिन्न क्षेत्रों के विद्वानों के प्रवचनों से यह भूमि ज्ञानाप्लावित होगी।
समिति ने बताया कि 21 अप्रैल को यज्ञ के रक्षक हनुमान ध्वज रोहण किया जायेगा तथा 22 अप्रैल प्रातः 10 बजे उत्तरकाशी शहर में कलश एंव शोभा यात्रा का कार्यक्रम निश्चित किया गया है, तथा दिनॉक 22 अप्रैल से 29 अप्रैल 2024 तक अष्टादश महापुराण एंव अतिरूद्र महायज्ञ समित द्वारा
सम्पन्न करवाया जायेगा।
उन्होंने बताया कि इस दिव्य आयोजन में यजमान बनने का सौभाग्य प्राप्त करने हेतु 31000 हजार रुपए की सहयोग राशि इच्छुक भक्तगण समिति को दे सकते हैं। महायज्ञ में 108 यजमान बनाया जाना है।
इस मौके पर श्री काशीविश्वनाथ मंदिर के महंत जयेन्द्र पुरी,
वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीमती प्रभावती गौड़, गीता गैरोला, कल्पना ठाकुर परमार, चंद्रशेखर भट्ट, अजय बडोला,
रामकृष्ण नौटियाल, प्रथम सिंह बर्तवाल, गोविन्द सिंह राणा, नत्थी सिंह रावत , बुद्धि सिंह कुमाई, आनन्द प्रकाश भट्ट,अरविन्द प्रसाद कुड़ियाल,जीतवर सिंह नेगी ,जगमोहन सिंह चौहान,राजेन्द्र सिंह रावत, प्रताप पोखरियाल, आदि मौजूद रहे है।