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सवालों के घरे में चिन्यालीसौड़ के आर्च ब्रिज की कार्यदाई संस्था।।

By sarutalsandesh.com Apr 25, 2024

चिन्यालीसौड़ के आर्च ब्रिज पर भारी वाहनों पर लगी रोक, आम नागरिकों ने ली राहत की सांस।।

साढ़े छः वर्षों में ही आवाजाही से चार इंच का झुकाव आ गया 52 करोड़ के आर्च ब्रिज में ।।

सवालों के घरे में चिन्यालीसौड़ के आर्च ब्रिज की कार्यदाई संस्था।।

चिरंजीव सेमवाल

उत्तरकाशी 25, अप्रैल। चिन्यालीसौड़ के देवीसौड़ में लगभग 52 करोड़ की लागत से बना आर्च ब्रिज दोनों ओर से झुक जाने पर लोनिवि ने भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। पुल से छोटे और हल्के वाहनों की आवाजाही के लिए जारी रहेगा।
गौरतलब है कि पुनर्वास निदेशालय टिहरी बाँध परियोजना के अधीन अवस्थापना (पुनर्वोस) खण्ड, सिंचाई विभाग, नई टिहरी द्वारा
यह आर्च ब्रिज महज साढ़े छः वर्ष में ही दोनों ओर से लगभग-चार इंज झुक गया जिससे के बाद लोनिवि चिन्यालीसौड़ ने गुरुवार से भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। पुल से छोटे और हल्के वाहनों की आवाजाही जारी रहेगी। रखरखाव के अभाव में पुल का डामर उखड़ने और कम भार क्षमता के बाद भी भारी वाहनों की आवाजाही इसका कारण माना जा रहा है। इधर विभाग के अधिशासी अभियंता मनोज दास ने बताया कि पुल पर पेंटिंग और स्टील गार्टर लगाने का प्राक्कलन तैयार कर शासन को भेज रखा है। स्वीकृत मिलने पर कार्य किया जायेगा।

बता दें कि देवीसौड़ में बने 160 मीटर लंबा आर्च ब्रिज दिचली, गमरी पट्टी सहित पड़ोसी जनपद टिहरी के कई क्षेत्रों को जोड़ता है। पुल की भार क्षमता महज़ 20 टन है, लेकिन इस पर 30 टन से अधिक भारी वाहनों की आवाजाही हो रही थी। स्थानीय लोग लंबे समय से इस पुल के मरम्मतीकरण की मांग कर रहे हैं, लेकिन विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। जब आर्च ब्रिज के दोनों हिस्से झुक गए हैं तो विभाग की नींद टूटी ओर पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई है। पुल से छोटे वाहनों की आवाजाही सुचारु रहेगी। बता दें कि टिहरी झील बनने के बाद देवी सौड़ मोटर पुल की स्वीकृति जून 2011 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा प्रारम्भिक स्वीकृति के तहत 35 करोड़ 80 लाख रुपये जारी कराये गये। बाद में यह लागत 52.75 करोड़ की हो गई थी।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और लोगों की लंबी लड़ाई के बाद वर्ष 17 सितम्बर 2017 को इस आर्च ब्रिज का लोकार्पण किया था। अब सवाल उठने लगे कि आखिर इतने भारी भरकम धनराशि से निर्मित यहां आर्च ब्रिज मजे साढ़े छः वर्ष में ही कैसे झूकाव आ गया ऐसे में तो गरिब प्रदेश को निमार्ण एजेंसी लूट लेंगे।

 

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