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देव डोलियों के सानिध्य में  रवाना हुआ पहला दल सरनौल से सुतुड़ी -सरुताल

By sarutalsandesh.com Sep 10, 2024
देव डोलियों के सानिध्य में  रवाना हुआ पहला दल सरनौल से सुतुड़ी -सरुताल 
सरकार ने सरूताल ट्रैक को किया ट्रैक ऑफ द ईयर” घोषित।।
चिरंजीव सेमवाल
उत्तरकाशी। सरकार द्वारा सरनौल से  सुतुड़ी -सरुताल बुग्याल” ट्रैक ऑफ द ईयर घोषित”  यात्रा  का पहला दल  दो देव डोलियों के सानिध्य में रवाना हुआ।
  मंगलवार को विकास खंड नौगांव के सरनौल से  सुतुड़ी -सरुताल बुग्याल के लिए दोपहर बाद रवाना हुई। सुतुड़ी सरूताल बुग्याल यात्रा में थान गांव से जमदग्नि ऋषि महाराज, सरनौल से मां रेणुका , कंडार वीर के सानिध्य में सैंकड़ों लोगों कि जत्था सरूताल बुग्याल के लिए रवाना हुआ है।
गौरतलब है कि पूर्व सरकार द्वारा में  दो सितंबर से 30 नवम्बर 2024 तक सरनौल से सुतुड़ी-सरूताल एवं सरबडियार- से सरूताल को ”  ट्रैक ऑफ द ईयर घोषित” किया था। लेकिन एक सितंबर तक किसी भी  ट्रैकिंग एजेंसी द्वारा पंजीकरण न करवाने के चलते साहसिक खेल अधिकारी मो अली खान ने जनप्रतिनिधियों एवं जिलाधिकारी से वार्ता के बाद स्थगित किया था।
 इधर ग्राम सभा सरनौल  के ग्रामीणों ने दो सितंबर को बैठक का आयोजन किया था जिसमें 10 सितम्बर को मां रेणुका की डोली, थान गांव से जगदम ऋषि की डोली को भी निमंत्रण पत्र भेजा गया था। सरनौल वासियों ने निर्णय लिया था कि सरनौल से सुतुड़ी- सुरूताल बुग्याल के लिए  चार दिवसीय यात्रा दल रवाना होगा।
 इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने यात्रा दल को बंधाई प्रेषित कर कहा कि सरूताल को  ट्रैक ऑफ द ईयर” घोषित होने से पर्यटन व्यवसाय में नये पंख लगीगें। उन्होंने सरूताल बुग्याल यात्रा के लिए एक लाख नगदी की घोषणा की है। इस मौके पर भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने कहा कि भाजपा सरकार ने सरनौल से सुतुड़ी-सरूताल एवं सरबडियार- से सरूताल को ”  ट्रैक ऑफ द ईयर घोषित” किया है। इससे आने वाले समय में क्षेत्र का विकास होगा और स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। श्री चौहान स्वयं देव डोलियों के साथ सरूताल  बुग्याल के लिए रवाना हुए हैं ।
इस मौके पूर्व विधायक केदार सिंह रावत, यमुनोत्री विधायक प्रतिनिधि विनोद डोभाल , विजय रावत, प्रदीप गैरोला, कमला जूडियाल सरनौल समिति के पदाधिकारी सहित सरनौल, गड़ाल गांव,  चपटाड़ी, बचाण गांव, बरसाली एवं थान गांव से जमदग्नि ऋषि के साथ आये थान, नगाण गांव एवं अन्य गांवों से सैकड़ों मौजूद रहे हैं।

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