धार्मिक आस्था और परंपरा का दिखा अनूठा संगम, हजारों ध्याणियों के रासो नृत्य से बांधा समां
चिरंजीव सेमवाल
उत्तरकाशी : रवांई घाटी के सबसे बड़े गांव पौंटी में धार्मिक आस्था और परंपरा का अनुपम संगम देखने को मिला। गांव की समस्त ध्यान टूडियों द्वारा अपनी कुलदेवी भद्रकाली को श्रद्धापूर्वक 21 तोला सोने का रानी हार भेंट किया गया। रानी हार को पहले विधिवत यमुना नदी में स्नान कराया गया।
इस अवसर पर भद्रकाली के माली बुद्धि राम बहुगुणा , समस्त ध्यान टूडियां और ग्रामवासी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। उन्होने कहा कि पूर्व में सभी ध्याणियों ने भद्रकाली और नाग देवता को रानी हार और माला
समर्पित किया गया। इसके उपरांत विशाल भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। भद्रकाली मंदिर की महत्ता पर प्रकाश डाला है। ऐसी मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से करता है भद्रकाली के दरबार में आता है, उसकी इच्छाएं अवश्य पूरी होती हैं।
महिलाओं और युवाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में पांडव नृत्य, तादी और हारुल जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के सफल आयोजन में
ग्रामवासियों का विशेष सहयोग रहा।
बता दें कि सोमवार को पौंटी गांव में ध्याणी मिलन समारोह का तीन दिवसीय भव्य आयोजन संपन्न हो गया है। शनिवार को पौंटी गांव में भद्रकाली मंदिर में मां भद्रकाली की देव डोली मंदिर के गर्भगृह से बाहर निकल गई थी। और रात्रि को भजन संध्या का आयोजन किया गया है।
रविवार को पौंटी गांव में भद्रकाली मंदिर परिसर में सभी ध्याणी इकट्ठी हुई और झमाझम बारिश के बीच हजारों की तादाद में ध्याणियों की ओर से भव्य कलश यात्रा निकाली गई थी।
इस मौके पर पुजारी कुलानंद बहुगुणा, बुद्धि राम बहुगुणा , मंदिर समिति के अध्यक्ष यशवंत सिंह रावत, ध्याणी समिति के अध्यक्ष विरेंद्र सिंह भंडारी,लाता असवाल, उपाध्यक्ष जगवीर पंवार,सचिव ममराज सिंह भंडारी,कोषाध्यक्ष हरदेव सिंह राणा,
किसन देव बहुगुणा, राघवानन्द बहुगुणा, प्रमोद बहुगुणा, रामप्रसाद बहुगुणा, देवी राम बहुगुणा , महिमा नंनद तिवारी , जगवीर भंडारी, मनवीर सिंह भंडारी, एडवोकेट सुनील बहुगुणा सहित हजारों ध्याणी मौजूद रहे।
मंच का संचालन बासुदेव सिंह रावत, मनीष असवाल, हरदेव सिंह भंडारी ने किया है।