यमुनोत्री धाम में रोटेशन व्यवस्था न होने से डोली -कंडी मजदूर फैसला रहे अव्यवस्था ।।
जानकीचट्टी में श्रद्धालुओं की वाहन पार्किंग पर पहुंचती ही चारों ओर से घेर लेते मजदूर।।
चिरंजीव सेमवाल
उत्तरकाशी 09, जून। यमुनोत्री धाम के मुख्य पड़ाव जानकीचट्टी में डोली -कंडी मजदूरों की रोटेशन सिस्टम न होने से अव्यवस्थाओं का बोलबाला है।
हालात इतने खारब है कि यमुनोत्री धाम के मुख्य पड़ाव जानकीचट्टी में जैसे ही तीर्थयात्रियों की गाड़ियां
पार्किंग पर पहुंचती हैं वैसे ही डोली-कंडी वाले सैकड़ों नेपाली मजदूर श्रद्धालुओं की वाहन के चारों ओर से घेर लेते हैं।
इससे श्रद्धालुओं परेशान नहीं होते बल्कि चार धाम यात्रा व्यवस्थाओं की भी पोल खोल कर रख देता है। जिला पंचायत यदि रोटेशन व्यवस्था जल्द लागू नहीं करता तो आगे स्थितियां और भयावह हो सकती हैं और यात्रियों के साथ छीना झपटी वाली नौबत से भी इंकार नहीं किया जा सकती ।
इधर सामाजिक कार्यकर्ता महावीर सिंह पंवार ने बताया स्थानीय घोड़े -खच्चर चालक हैं उनके तो रोटेशन व्यवस्था से चल रहे हैं और जो नेपाल से डोली, कंडी के मज़दूर आए हैं उनके लिए कोई भी नियम कानून नहीं और न कोई रोटेशन व्यवस्था बनाई गई है। जिससे अपने क्षेत्र के लोग तो 2 से 3 दिन में एक ही चक्कर लगा पा रहे हैं और जो बाहर से नेपाली आए हैं उनमें से कोई एक ही दिन में 2 चक्कर लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत उत्तरकाशी द्वारा ये न्यायसंगत नहीं है और जब कोई यात्रा व्यवस्था नहीं है तो फिर व्यवस्था शुल्क किस नाम का लिया जाता है।
उन्होंने कहा कि
जिला पंचायत के आला अधिकारियों से भी रोटेशन व्यवस्था बनाने की दो-तीन बार निवेदन कर चुका हूं और पुलिस प्रशासन से अनुरोध किया है, लेकिन कोई भी इस अव्यवस्था को लेकर संवेदनशील नजर नहीं आ रहे हैं।