किसानों को सेब के उचित मूल्य न मिलने पर सेब महोत्सव पर जताई नाराज़गी।।
कोल्ड स्टोरेज खुलने से हुआ निजीकरण, किसानों को नहीं मिल पा रहा उचित समर्थन मूल्य।।
भटवाडी़/उत्तरकाशी। हर्षिल में आयोजित सेब महोत्सव का स्थानीय काश्तकारों ने नारे बाजी कर कार्यक्रम के बहिष्कार करने का ऐलान किया है।
काश्तकारों का सेब महोत्सव में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भावनाओं को अनदेखा का आरोप लगाते हुए कहा कि यहां सेब के कोल्ड स्टोर का निजीकरण हो रखा है। जबसे यहां कोल्ड स्टोरेज बना है तब से काश्तकारों को सेब का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है जबकि कोल्ड स्टोरेज बनने से स्थानीय काश्तकारों में जो उर्जा देखने को मिल रही थी उस पर प्रशासन खरा नहीं उतर पाया। हर्षिल प्रधान दिनेश सिंह ने बताया कि सरकार अपनी संस्थाओं के माध्यम से कोल्ड स्टोरेज को चलाना चाहिए ताकि सरकार द्वारा तय रेट काश्तकारों को मिल सके। इससे सेब के काश्तकारों को उनका सही मेहनताना मिल सकेगा।
गौरतलब है कि मंगलवार को राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने जिले के हर्षिल में आयोजित ‘वाईब्रेंट विलेज परिचर्चा सम्मेलन में दो दिवसीय भ्रमण पर पहुंचे थे। बुधवार को महामहिम राज्यपाल ने
हर्षिल में सेब प्रर्दशनी का निरीक्षण किया।
लेकिन हर्षिल से महामहिम के हेलीकॉप्टर ने देहरादून के लिए उड़ान भरी उसके बाद स्थानीय
काश्तकारों का ग़ुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। काश्तकार सेब महोत्सव स्थल के बाहर प्रदर्शन करने लगे। उनका आरोप है कि स्थानीय ग्राम प्रधान हर्षिल को पूरे कार्यक्रम से दूर रखा गया है। ग्राम प्रधान हर्षिल दिनेश सिंह ने बताया कि हम काश्तकारों की मांग पत्र महामहिम राज्यपाल को देना चाहते थे लेकिन जिला प्रशासन द्वारा हमारी अनदेखी की गई है। जिससे नाराज़ काश्तकारों ने
जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। काश्तकारों के तेवर देख शीघ्र एक्टिव मोड में दिखाई दिया और काश्तकारों से वार्ता कर कोल्ड स्टोरेज
कम्पनी काशीपुर के स्वामी से तत्काल सेब का समर्थन मूल्य 730 से से बढ़कर 800 प्रति कैरेट कर दिया।
हर्षिल प्रधान दिनेश रावत , उमेश पंवार, महेश पंवार, जितेंद्र, भारतीय रौतेला, आदि लोगों ने जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया है।
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क्या कहते हैं जिला उद्यान अधिकारी
हर्षिल में आयोजित सेब महोत्सव में विभिन्न प्रकार के प्रजापति के सेब की प्रर्दशनी लगाई गई है । काश्तकारों को कम समर्थन मूल्य को लेकर नाराजगी जताई थी लेकिन उसे दूर कर दिया गया है।
770 प्रति कैरेट से अब 800 प्रति कैरेट यानि 30 रूपए की वृद्धि की गई। वहीं मौसम आधारित फसल बीमा को लेकर पर काश्तकारों को आश्वासन दिया गया है।
डी के तिवारी
जिला उद्यान अधिकारी
उत्तरकाशी।