नगर पालिका बड़कोट वासियों को पानी की किल्लत से मिलेगी निजात।।

By sarutalsandesh.com May 6, 2024

बड़कोट: जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण की महेनत लाई रंग, बोरिंग से निकला पानी।।

नगर पालिका बड़कोट वासियों को पानी की किल्लत
से मिलेगी निजात।।
जिला पंचायत ने चारधाम यात्रा फंड से जल संस्थान को जारी की थी धनराशि।।

उत्तरकाशी 6,मई । जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण की महेनत आखिर रंग लाने लगी है।
पानी की किल्लत से जूझ रहे नगरपालिका परिषद बड़कोट वासियों को अब जल्द प्राप्त मात्रा में पानी मिलेगा । जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण द्वारा जल संस्थान को नगर पालिका परिषद बड़कोट वासियों को पानी की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए दिये गई
बीस लाख रुपए की धनराशि से विभाग ने बोरिंग कार्य शुरू कर पानी निकलने लगा है। अब बोरिंग के पानी को जल्द नगरपालिका की लाईन से टैप कर शहर में पानी की पूर्ति की जायेगी ‌।
जिससे आने वाले दिनों में अब यमुनोत्री धाम के प्रथम पड़ाव नगरपालिका बड़कोट वासियों को पानी की समस्याओं से नहीं जूझना पड़ेगा। जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि यहां जनप्रतिनिधि जनसरोकारों के बजाय क्षेत्र वाद और वोट बैंक की राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में मेरा दुष्प्रचार कर जो लोग बोलते थे कि यदि दीपक विधायक बनेगा तो जिला मुख्यालय सहित तमाम विकास कार्य पुरोला के लिए करेगा । अब तो जनता ने जीताकर भेजा अब क्यों मौन साध रखा है।
आज जब बड़कोट के हजारों जन मानस प्यासे थे तब ये पानी की वैकल्पिक व्यवस्था पुरोला से जीतकर आये जनप्रतिनिधि ने किया है।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा है कि विधायक को प्रति वर्ष 5 करोड़ रुपए मिलने वाली विधायक निधि और करोड़ों रुपए जिला योजना की धनराशि चमचे और बेलचे के लिए नहीं बल्कि आम जनता का विकास का पैसा है आम जनता को मिलना चाहिए।
उन्होंने सवाल किया कि बड़कोट जिला मुख्यालय की मांग क्यों नहीं कर रहे हैं ।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि यमुनोत्री में कमजोर नेतृत्व के कारण विधानसभा के जन मानस पानी , सड़क, स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं।
जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने बताया कि
चिन्यालीसौड़  नगरपालिका   भी बीते वर्षों पानी समस्याओं से जूझ रहे थे लेकिन मैंने प्रयास किया और तत्काल पानी की लाईन बनवाईं आज चिन्यालीसौड़ में पानी की समस्या समाप्त हो गई है।
की बताया है कि चिन्यालीसौड में भी  पेयजल की ऐसी समस्या थी जहां जिला योजना से पेयजल योजना स्वीकृत करवा कर बीते वर्षों में पूर्ण कर दी गई थी।

 

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!