सैन्य सम्मान से हुआ श्रवण चौहान का अंतिम संस्कार, लोगों ने नम आंखों से दी विदाई, एक झलक के लिए उमड़ी भीड़।।
लद्दाख बोर्डर पर सरनौल के लाल ने की वीरगति प्राप्त, श्रद्धांजलि देने उमड़े लोग।।
चिरंजीव सेमवाल
उत्तरकाशी। जिले के सरनौल निवासी भारतीय सेना के 14 वी गढ़वाल राइफल में तैनात सैनिक श्रवण चौहान का पार्थिव शरीर शुक्रवार देर सायं घर पहुंचा। शनिवार को गंगनानी यमुना नदी के तट पर सैन्य सम्मान के साथ सैनिक का अंतिम संस्कार किया गया। बड़कोट तहसील के सरनौल निवासी भारतीय सेना के 14 वीं गढ़वाल राइफल लेह -लद्दाख में तैनात सैनिक श्रवण चौहान का पार्थिव शरीर उसके घर पहुंचा। सैनिक का पार्थिव शरीर उसके घर पहुंचते ही मातम पसर गया।
बड़कोट तहसील के सरनौल निवासी 14 वीं गढ़वाल लेह- लद्दाख में तैनात सैनिक श्रवण चौहान विगत गुरुवार को अचानक तबियत बिगड़ी जिसे सैनिक अस्पताल में भर्ती किया गया था, लेकिन श्रवण चौहान वीरगति प्राप्त कर गये हैं । शुक्रवार सायं करीब 6:45 बजे तिरंगे से लिपटा श्रवण चौहान का पार्थिव शरीर उसके गांव सरनौल पहुंचा। जहां परिजन सैनिक श्रवण चौहान के शव से लिपट गए। पूरा क्षेत्र शोक की लहर में डूब गया। श्रवण चौहान का अंतिम संस्कार क्षेत्र के गंगनानी यमुना घाट में किया गया। जहां उत्तरकाशी से आई 14वीं राजपुताना राइफल
सेना की टुकड़ी ने सिपाही श्रवण चौहान को अंतिम सलामी दी।
सैनिक के भाईयों ने चिता को मुखाग्नि दी। श्रवण के निधन के बाद पिता शूरवीर चौहान, माता व भाई क्षेत्र वासिय गहरे सदमे में हैं। अंतिम संस्कार में जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण,विधायक संजय डोभाल, उपजिलाधिकारी बड़कोट मुकेश चन्द्र रमोला, 14वीं राजपुताना राइफल ,ले. प्रियांशु त्यागी ,
जएस बडोला सैनिक कल्याण अधिकारी उत्तरकाशी, सुबेदार मैजर महावीर सिंह राणा, साहयक सैनिक कल्याण अधिकारी उत्तरकाशी, बॉबी पंवार, दर्जनों ग्राम प्रधान जनप्रतिनिधि सैकड़ों लोगों ने वीर सैनिक श्रवण चौहान को नम आंखों से विदाई दी है।